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'स्वच्छता अभियान सफलता और चुनौतियां' निबंध प्रतियोगिता में कोमल कागदेवाड ने जीता प्रथम पुरस्कार 🏆

'स्वच्छता अभियान सफलता और चुनौतियां' निबंध प्रतियोगिता में कोमल कागदेवाड ने जीता प्रथम पुरस्कार 🏆 नांदेड: महाराष्ट्र शासन के सांस्कृतिक कार्य विभाग, महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी तथा प्रतिभा निकेतन महाविद्यालय, बंदा घाट रोड, वजिराबाद, नांदेड के संयुक्त तत्वावधान में सेवा पखवाड़ा के उपलक्ष्य में एक महत्वपूर्ण निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। स्वामी रामानंद तीर्थ मराठवाडा विश्वविद्यालय, नांदेड परिक्षेत्र के अंतर्गत आयोजित इस प्रतियोगिता का विषय "स्वच्छता अभियान सफलता और चुनौतियां" था। इस प्रतियोगिता में यशवंत महाविद्यालय नांदेड के हिंदी विभाग की छात्रा कु. कोमल रूपेश कागदेवाड ने सक्रिय रूप से सहभाग लिया और अपने उत्कृष्ट लेखन के लिए प्रथम पुरस्कार प्राप्त कर महाविद्यालय का नाम रोशन किया है। कोमल कागदेवाड की इस उपलब्धि पर उन्हें हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।  पुरस्कार वितरण समारोह में कोमल कागदेवाड के साथ उनके चाचा-चाची  श्रीकांत तोडे  सौ.वैजयंता तोडे और उनके गुरु डॉ. सुनील जाधव भी उपस्थित थे, जिन्होंने छात्रा के इस गौरवशाली क्षण को साझा किया। इस अ...
नव साहित्यकार में अतिथि मेहमानों का स्वागत हैं | नव साहित्यकार में छपी सारी सामग्री का सर्वाधिकार सुरक्षित हैं | डॉ.सुनील जाधव ,नांदेड [महाराष्ट्र]|mobile-०९४०५३८४६७२ या इस मेल पर सम्पर्क करें -suniljadhavheronu10@gmail.com

यशवंत कॉलेज की हिन्दी साहित्य परिषद का उद्घाटन समारोह संपन्न संवेदना से रिश्ते मजबूत होते हैं – साहित्यकार धन्यकुमार बिराजदार

यशवंत महाविद्यालय में रोजगार पर विशेष व्याख्यान (हिंदी भारत की आत्मा और रोज़गार का महाद्वार – डॉ.खान)

यशवंत महाविद्यालय में विशेष व्याख्यान: डॉ. काझी ने कहा - "समाचार लेखन समाज सेवा और रोज़गार का सेतु"

यशवंत महाविद्यालय के हिंदी विभाग ने सेट परीक्षा उत्तीर्ण छात्र मारुति गंगासागरे का किया सम्मान

यशवंत महाविद्यालय में हिन्दी दिवस समारोह सम्पन्न ( हिन्दी में है रोजगार के अनंत अवसर- प्रो.पठान रहीम खान)

सृजनात्मक लेखन में रोजगार के अवसर-डॉ. सुमित पी.वी, केरल

मीडिया लेखन में भाषा की शुद्धता पर जोर: डॉ. मुकुंद कवड़े

डॉ. सुनील जाधव इंडोनेशिया में दो अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित ('अमर बेल और अन्य एकांकी' पुस्तक का भी हुआ लोकार्पण)

डॉ. रावसाहेब जाधव के सेवा अवकाश पर छात्रों द्वारा उनका सम्मान एवं '21वीं सदी के हिंदी साहित्य' अभिनंदन ग्रंथ का हुआ प्रकाशन